
India-China Conflict: लद्दाख में भारत-चीन सीमा पर चल रही तनातनी के बीच सरकार ने 47 अतिरिक्त Border Outpost बनाने की मंजूरी दे दी गई है।
केंद्रीय गृह राज्यमंत्री जी किशन रेड्डी ने कहा है कि India-Tibet Border Police(ITBP) ने बीते कुछ महीनों के दौरान कुछ देशों का यह भ्रम तोड़ दिया कि उनके पास शक्तिशाली सेना है।
उन्होंने जानकारी दी कि सरकार ने ITBP को भारत-चीन सीमा पर निगरानी के लिए 47 अतिरिक्त बॉर्डर आउटपोस्ट स्थापित करने की मंजूरी दे दी है।
LAC पर तनाव के बीच भारत और चीनी सैनिकों के बीच मई में हुए गलवन घाटी में टकराव के मद्देनजर सरकार ने ITBP की सतर्कता बढ़ाने के लिए 47 Border Outposts स्थापित करने की मंजूरी दे दी है।
गृह मंत्रालय के तहत सात Central Armed Police Force(CAPF) में से एक है और यह भारत-चीन सीमा पर 3,488 किमी की सुरक्षा के लिए जिम्मेदार है।
भारत-चीन युद्ध के दौरान 24 अक्टूबर 1962 को उठाया गया, ITBP मुख्य रूप से 3,000 से 18,800 फीट की ऊंचाई पर स्थित BOPs पर हिमालय में सीमाओं की रक्षा करता है।
इसे माओवाद विरोधी अभियानों और अन्य आंतरिक सुरक्षा कर्तव्यों के लिए भी तैनात किया गया है।
दोनों देशों ने गलवान के विवाद को खत्म करने के लिए कई कूटनीतिक और सैन्य वार्ताएं आयोजित की हैं।
हालांकि, गतिरोध को खत्म करने में अब तक कोई सफलता हाथ नहीं लगी है।
चीन ने अगस्त के अंतिम सप्ताह में पैंगोंग झील के दक्षिणी किनारे पर भारतीय क्षेत्र पर कब्ज़ा करने का असफल प्रयास किया। चीन के इन मंसूबों को भारतीय सेना ने नाकाम कर दिया।